साढ़े नौ लाख रुपये लूटने का आरोप, विभागीय जांच शुरू, डीसीपी ने जारी किए निलंबन आदेश
पीड़ित ने लगाया आरोप: पुलिसकर्मियों ने थाने में बंधक बनाकर वसूले रुपये और क्रिप्टो करेंसी
जोधपुर। दो दोस्तों को किडनैप कर लूटपाट करने वाले चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। डीसीपी पूर्व आलोक श्रीवास्तव ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। निलम्बित किए गए पुलिसकर्मियों में माता का थान थाना में तैनात कांस्टेबल नृसिंग राम, राकेश पूनिया, लादूराम और जगमाल राम शामिल हैं।
डीसीपी आलोक श्रीवास्तव का कहना है कि इस मामले में एक अन्य जिले के पुलिसकर्मी के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है। जल्द ही उसकी भूमिका की जांच कर उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। मामले की जांच आइपीएस अधिकारी हेमंत कलाल कर रहे हैं। वहीं गिरफ्तार चारों आरोपी पुलिस कर्मियों को महामंदिर पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश कर दो-दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
दरअसल, रामदेव नगर बनाड़ रोड निवासी दिलीप गौड़ की ओर से डीसीपी कार्यालय में सौंपे गए प्रार्थना पत्र के आधार पर बुधवार देर रात महामंदिर थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी। इसमें आरोप है कि 14 जुलाई को दिलीप और उसके दोस्त सुभाष चौक निवासी रमेश शर्मा को पुलिस कर्मियों ने डरा धमकाकर अगवा किया और माता का थान थाने में बंधक बनाकर दो लाख रुपए नगद व साढ़े सात लाख की क्रिप्टो करेंसी वसूली।
दिलीप गौड़ ने शिकायत में आरोप लगया कि वह 14 जुलाई को अपने दोस्त रमेश शर्मा के साथ मानजी का हत्था स्थित मॉल में खरीदारी करने गया था। मॉल के बाहर कार पार्क करते समय वर्दीधारी सिपाही जगमाल व अन्य सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और दोनों को डराने धमकाने लगे। दिलीप को कार से उतारकर खुद ड्राइवर सीट पर बैठ गए। पीछे बैठे पुलिस कर्मियों ने कहा कि तुम्हारा अपहरण हो गया है, छोड़ना है तो रुपए दो। इसके बाद दोनों से मौके पर ही 50-50 हजार रुपए वसूले गए।
दिलीप का आरोप है कि इसके बाद उन्हें जबरन कार में बैठाकर माता का थान थाने ले जाया गया। रास्ते में थाने के सीसीटीवी कैमरे पहले ही बंद करवाए गए। थाने में राकेश नामक सिपाही भी मौजूद था। वहां उन्हें धमकाकर परिवार की बैंक डिटेल ली गई और दिलीप की पत्नी के एटीएम कार्ड से पासवर्ड लेकर रमेश से एक लाख रुपए निकलवाए गए। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पुलिस कर्मियों ने दिलीप का कीमती मोबाइल भी ले लिया और उसमें मौजूद क्रिप्टो करेंसी अपने किसी परिचित को ट्रांसफर कर दी। बाद में कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए और किसी से कुछ कहने पर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देकर रात करीब साढ़े आठ बजे छोड़ा गया।
पीडितों ने डीसीपी से मिलकर कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद मामला दर्ज हुआ। आरोपी पुलिस कर्मियों ने पीड़ितों को धमकी देकर न सिर्फ नकदी वसूली, बल्कि क्रिप्टो करेंसी भी ट्रांसफर करवा ली। मामले की गंभीरता को देखकर हुई विभागीय पड़ताल के बाद महामंदिर पुलिस ने चार पुलिस कर्मियों को देर रात गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद डीसीपी (पूर्व) आलोक श्रीवास्तव ने चारों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का भी आदेश जारी कर दिया। साथ ही इन चारों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।
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