GVK EMRI द्वारा संचालित एंबुलेंस सेवाओं में लगे ड्राइवरों ने समय पर वेतन और वेतन वृद्धि की मांग
कच्चे रास्तों और कम माइलेज के चलते ईंधन की समस्या, कंपनी पर लापरवाही का आरोप
जोधपुर। जिले में पुलिस थानों में संचालित 112/1090 आपातकालीन वाहनों के चालकों ने वेतन भुगतान में अनियमितताओं और वेतन वृद्धि न मिलने के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है। GVK EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज, जयपुर द्वारा संचालित इन वाहनों के ड्राइवरों (पायलटों) का आरोप है कि उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है और मिलने वाला वेतन भी कंपनी द्वारा निर्धारित मानदेय से काफी कम है। वेतन में भारी कटौती की जा रही है और ओवरटाइम का भुगतान भी पूरा नहीं किया जा रहा है। चालक यह भी बताते हैं कि उन्हें कोई रहने या खाने का भत्ता नहीं मिल रहा है, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है।
ड्राइवरों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को कंपनी के उच्च अधिकारियों के समक्ष कई बार उठाया है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। फलोदी जिले में स्थित कई थाने रेतीले इलाकों और कच्चे रास्तों पर स्थित हैं, जिसके कारण वाहन निर्धारित माइलेज नहीं दे पा रहे हैं। कंपनी द्वारा 15 किमी प्रति लीटर के हिसाब से डीजल दिया जा रहा है, लेकिन कच्चे रास्तों पर अधिक डीजल खपत के कारण वाहनों का माइलेज घटकर 12 किमी प्रति लीटर रह जाता है। इससे ईंधन निर्धारित किलो मीटर सीमा से पहले ही समाप्त हो जाता है। ड्राइवरों ने माइलेज में छूट देने की मांग की है।
यदि कंपनी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो ड्राइवरों ने 112/1090 वाहनों का संचालन बंद करने और कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इससे अगर आपातकालीन सेवाएं प्रभावित होती हैं, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी। ड्राइवरों ने जिला पुलिस अधीक्षक से हस्तक्षेप कर समय पर वेतन और ओवर टाइम भुगतान सुनिश्चित कराने की अपील की है।
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