पुलिस मुख्यालय राजस्थान के निर्देश पर जोधपुर पूर्व पुलिस ने की कार्रवाई, बालश्रम उन्मूलन के लिए चलाया जा रहा है विशेष अभियान, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बाल कल्याण अधिकारी की टीम ने निभाई अहम भूमिका
मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को किशोर गृह मण्डोर भेजा गया, 25 बच्चों की काउंसलिंग, पुलिस टीम ने तत्परता से किया कार्रवाई
जोधपुर। पुलिस मुख्यालय राजस्थान जयपुर द्वारा बालश्रम उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान "उमंग-V" के तहत जोधपुर पूर्व पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। पुलिस ने इस मामले में 10 अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए हैं।
पुलिस आयुक्त जोधपुर राजेन्द्र सिंह के निर्देशों पर पुलिस उपायुक्त जोधपुर पूर्व आलोक श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शुभकरण के सुपरविजन में यह अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान, मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बाल कल्याण अधिकारी की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 11 नाबालिग बालकों को बालश्रम करते हुए पाया। पुलिस ने इन सभी बालकों को नियमानुसार संरक्षण में लिया और बाल कल्याण समिति जोधपुर के समक्ष पेश किया। बाल कल्याण समिति के आदेश पर सभी बालकों को किशोर गृह मण्डोर में दाखिल करवाया गया है। इसके साथ ही, पुलिस ने 25 अन्य नाबालिग बच्चों की भी स्क्रीनिंग की और उन्हें बालश्रम के दुष्परिणामों के बारे में समझाया।
Post A Comment:
0 comments: