"Vande Ganga" campaign in Jodhpur: Unique initiative of water conservation through collective labor donation. जोधपुर में "वंदे गंगा" अभियान।

जालेली दईकड़ा में पीपल पूजन से लेकर तालाब सफाई तक, जन भागीदारी ने दी नई मिसाल

पर्यावरण संरक्षण और जल संचयन पर जागरूकता अभियान

जोधपुरराज्य सरकार के महत्वाकांक्षी "वंदे गंगा: जल संरक्षण जन अभियान" के तहत मंगलवार को जोधपुर जिले में एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पंचायत समिति मंडोर की ग्राम पंचायत जालेली दईकड़ा में आयोजित हुआ, जिसमें ग्राम वासियों, जन प्रतिनिधियों, विद्यालय स्टाफ और जलग्रहण विभाग के अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत पीपल वृक्ष के पूजन से हुई। इसके बाद ग्रामीणों ने गांवाई तालाब की सफाई में सामूहिक श्रमदान किया। तालाब की सफाई के अलावा, विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया और सार्वजनिक स्थानों की सफाई भी की गई। इसके साथ ही विभागीय कार्यों का लोकार्पण भी किया गया।

कार्यक्रम में अधिशाषी अभियंता जगदीश चौधरी, त्रिलोक राग नायल और शारीरिक शिक्षक ने ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण और स्वच्छता के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व और इसके व्यक्तिगत एवं सामुदायिक लाभों पर प्रकाश डाला।

सरपंच उषा, उपसरपंच राधेश्याम, अधिशाषी अभियंता जगदीश चौधरी, सहायक अभियंता मंगलाराम पटेल और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी सार्थक बनाया। सहायक अभियंता मंगलाराम पटेल ने समापन समारोह में सभी अतिथियों और ग्रामवासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

जालेली दईकड़ा में हुए इस आयोजन ने ग्राम स्तर पर जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन जागरूकता का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह कार्यक्रम "वंदे गंगा" अभियान की सफलता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है और आशा है कि इस प्रकार के कार्यक्रम अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी आयोजित होंगे।

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