उम्मेदसागर बांध क्षेत्र में हुई पत्थरबाजी, जेसीबी में आगजनी, अतिरिक्त पुलिस बल तैनात
विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, पूर्व में भी हुई थी कार्रवाई
जोधपुर। सोमवार को उम्मेदसागर बांध क्षेत्र में नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। इस हिंसक हमले में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें से दो को सिर में गंभीर चोटें आई हैं। कार्रवाई
की कवरेज करने गये कुछ मीडियाकर्मियों को भी चोटें आई हैं। आक्रोशित लोगों ने मौके पर मौजूद जेसीबी में भी आग लगा दी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
बांध के 500 मीटर के दायरे में निर्माण प्रतिबंधित है, फिर भी बड़ी संख्या में अवैध निर्माण और पक्के मकान बन गए हैं। जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने पहले भी कई बार कार्रवाई की थी, लेकिन अतिक्रमण पूरी तरह से नहीं हटाए जा सके। नगर निगम ने बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई थी, जिसके चलते सोमवार को यह कार्रवाई शुरू की गई थी। स्थिति को देखते हुए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी ने उम्मेदसागर और आस-पास के क्षेत्रों में बेतहाशा अतिक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण लगातार बढ़ते रहे।
जनाक्रोश के बाद जेडीए, पुलिस और पीएचईडी की संयुक्त कार्रवाई में पहले 103 अवैध अतिक्रमण हटाए गए थे। जलदाय विभाग के ताजा सर्वे में 229 और अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे, जिनको हटाने की कार्रवाई सोमवार को शुरू हुई, परन्तु स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण कार्रवाई बीच में ही रुक गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग और अश्रु गैस का भी प्रयोग किया। पथराव में मीडिया कर्मियों के भी घायल होने की सूचना है।
यह कार्रवाई ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण अभियान के तहत की जा रही थी। पुलिस और प्रशासन के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान अचानक पथराव शुरू हो गया। घायल पुलिस कर्मियों और जेसीबी चालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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