MS Bitta expressed concern over terrorism and Khalistan supporters in Jodhpur. एमएस बिट्टा ने जोधपुर में जताई आतंकवाद और खालिस्तान समर्थकों पर चिंता।

सोशल मीडिया पर देश विरोधी विचारों को लेकर जताई गंभीर चिंता, इज़राइल जैसा मजबूत बनने की वकालत

पाकिस्तान की हरकतों पर दिया कड़ा जवाब, सिख समुदाय से खालिस्तान विरोध में खुलकर आने का आह्वान

जोधपुरऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एम.एस. बिट्टा का जोरदार बयान सामने आया है। आज सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने देश की सुरक्षा, बढ़ते आतंकवाद के खतरे, सोशल मीडिया के दुरुपयोग और खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की।

एमएस बिट्टा के मुख्य विचार:

* आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा: बिट्टा ने जोर देकर कहा कि भारत हमेशा से आतंकवाद का डटकर मुकाबला करता आया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भारत बनाना हमारी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा, "हमें ऐसा मज़बूत भारत बनाना है कि दुश्मन सोच भी न सके, और इसके लिए हमें इज़राइल जैसा मज़बूत बनना होगा।" उन्होंने पाकिस्तान की नापाक हरकतों की निंदा करते हुए कहा कि पुलवामा हमले के बाद पूरी दुनिया भारत के साथ है और भारत ने हमेशा अपनी ताकत से दुश्मनों का मुकाबला किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान का हवाला देते हुए कहा, "हमने दुश्मनों को उनके घर में घुसकर जवाब दिया है।"

* सोशल मीडिया का दुरुपयोग: बिट्टा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर देश विरोधी विचारों को बढ़ावा देने वालों पर चिंता जताई। उन्होंने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब में कई ऐसे लोग हैं जो देश विरोधी विचार फैला रहे हैं और इसे रोका जाना चाहिए।

* खालिस्तान समर्थक: बिट्टा ने खालिस्तान समर्थकों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सिख समुदाय को खुलकर खालिस्तान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना चाहिए। उन्होंने गुरपतवंत सिंह पन्नू को ISI का एजेंट बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों को जवाब देना ज़रूरी है और इस पर चुप रहना भी एक अपराध है। उन्होंने कहा कि वह पहले भारतीय हैं, फिर सिख और भारत माँ पर मुसीबत आने पर लड़ाई किसी एक राज्य की नहीं, बल्कि पूरे देश की होनी चाहिए।

* रक्षा क्षमता: बिट्टा ने कहा कि एस-400 (सुदर्शन चक्र) जैसे अत्याधुनिक हथियारों से हमारी रक्षा क्षमता बढ़ी है, लेकिन सीमा पर खतरा बना रहने पर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।

एम.एस. बिट्टा के बयान से देश की सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने की रणनीति पर ज़रूर विचार करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है। उनके द्वारा सोशल मीडिया के दुरुपयोग और खालिस्तान समर्थकों पर चिंता व्यक्त करना देश के लिए गंभीर चेतावनी है।

Post A Comment:

0 comments: