सात दिवसीय कार्यक्रम में 300 से अधिक महिलाओं ने लिया भाग, नारी शक्ति का अनूठा प्रदर्शन
जोधपुर। जिले के नारवा गांव में आयोजित 7 दिवसीय "खड़ी सप्ताह" का समापन समारोह 12 जून को धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर भारी जनसैलाब उमड़ा और मेला जैसा माहौल देखने को मिला। 6 जून को शुरू हुआ यह अनोखा स्नेह मिलन एवं धार्मिक आयोजन, बहन-बेटियों के लिए एक यादगार पल बन गया।
रामेश्वर सोनी ने बताया कि कार्यक्रम में 300 से अधिक बहन-बेटियाँ शामिल हुईं। वर्षों बाद मिली सखी-सहेलियों ने गले मिलकर भावुक पल बिताए। ठाकर साहब दिनेश सिंह और भजन गायक रामेश्वर सोनी ने संतों को सम्मानित किया और महिलाओं को दुपट्टे पहनाकर स्वागत किया। साध्वी हीर कंवर बाई सा एवं साध्वी कैलाश कंवर बाईसा के सानिध्य में संपन्न इस कार्यक्रम में डीजे साउंड, बैंड बाजा और भजन संध्या का भी आयोजन किया गया, जिस पर माताओं-बहनों ने जमकर नृत्य किया।
यह पहला अवसर था जब नारवा गांव में इतना भव्य आयोजन हुआ। गर्मी के बावजूद, उत्साह का माहौल देखते ही बन रहा था। महिला मंडल के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम की व्यवस्था भी सराहनीय रही। 7 दिन बहन-बेटियाँ एक परिवार की तरह मिल-जुल कर रहीं और किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ। पूरे गांव ने इस आयोजन में अपना भरपूर सहयोग दिया।
11 जून को रामेश्वर सोनी ने अपनी मनमोहक भजन प्रस्तुति दी, जिससे भक्तगण झूम उठे। ठाकुर जी के श्री चरणों में डीजे भजनों पर माताओ व बहनों ने जमकर नृत्य किया और पांडाल प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। बहन-बेटियों ने पुरानी यादें ताजा करते हुए संतोल्या, गड्ढा जैसे पारंपरिक खेल भी खेले। इस आयोजन में नारी शक्ति की अनूठी पहल देखने को मिली और नई पीढ़ी को आपसी प्रेम और एकता का संदेश दिया गया।
नारवा गांव में हुए इस महाकुंभ जैसे आयोजन ने पूरे जोधपुर जिले और राजस्थान में भी चर्चा का विषय बन गया है। इस आयोजन को बाई सा ग्रुप की कार्यकारिणी टीम ने सफलता पूर्वक संपन्न कराया। रामेश्वर सोनी ने बताया कि अपने गांव की बहन-बेटियों से मिलकर उनका मन गद्गद हो गया और संतों का आशीर्वाद पाकर उन्हें असीम सुकून मिला।
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