Shrimali Brahmin community celebrated Mahakavi Magh Jayanti with great enthusiasm. श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने हर्षोल्लास से मनाई महाकवि माघ जयंती।

चांदपोल में धूमधाम से आयोजित हुआ कार्यक्रम, महाकवि के जीवन और कृतित्व पर चर्चा

"शिशुपाल वध" के रचयिता महाकवि माघ को समाज ने किया याद

जोधपुरचांदपोल स्थित श्री ब्राह्मण समाज भवन में महाकवि माघ की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने इस अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में समाज के सदस्यों और गणमान्य व्यक्तियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

समाज के मंत्री नरेंद्र राज बोहरा ने महाकवि माघ के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि माघ का जन्म राजस्थान के भीनमाल में हुआ था। उनके पिता राजा वर्मलात के मंत्री सुप्रसिद्ध ब्राह्मण सुप्रभदेव के पुत्र कुमुद पंडित थे और माता ब्रागर्भ थीं। माघ का जन्म माघ पूर्णिमा के दिन हुआ था। बोहरा ने बताया कि माघ प्राकृतिक दृश्यों के सटीक वर्णन के लिए जाने जाते थे।

समाज अध्यक्ष महेन्द्र बोहरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि महाकवि माघ ने संस्कृत साहित्य को अमूल्य रचना "शिशुपालवधम्" नामक महाकाव्य प्रदान किया। उन्होंने माघ के जीवन और कृतित्व को याद करते हुए समाज के सदस्यों से उनके आदर्शों को अपनाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष माधव जोशी, संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश बोहरा, राजकुमार बोहरा, रवि दवे, प्रदीप कुमार बहुरा, सुरेंद्र कुमार दवे, नरेंद्र त्रिवेदी, कृष्णावतार दवे, भानु प्रताप बोहरा सहित कई प्रबुद्ध जनों ने भी महाकवि माघ के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और उनके योगदान को याद किया।

कार्यक्रम में भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। समाज के सदस्यों ने मिलकर महाकवि माघ को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। पूरे कार्यक्रम में उत्साह और धार्मिक भावना का माहौल रहा।

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